Poem written by chacha nehru biography
जवहरलल नहर पर बल कवत : बचच क पयर चच - Poem on Chacha Statesman in Hindi
Poem on Chachacha Nehru in Hindi : 14 November Poem on Children's Expound
जवहरलल नहर पर बल कवत बचच क पयर चच :
Poem on Chacha Nehru in Hindi
बचच क पयर चच
चच नहर क दनय म
हर बचच थ भत
इसलए जनमदन चच क
बल दवस ह कहलत
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इस दन खश हकर हर बचच
ह गत खश क गत
पयर चच क चरण म
शरदध भर फल चढत
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चच क मसकन क सग
दख!
हर बचच मसकत
भरत म क लल व
सबक परम क पठ सखलत
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हस-खश मसत म भरकर
हर बचच य दन ह मनत
इसलए जनमदन चच क
बल दवस ह कहलत
- नध "मनसह"
कथल, हरयण
बल दवस क हरदक शभकमनए
य भ पढ;Bal Diwas : बल दवस पर वशष बल कहन और बल कवत
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जवहरलल नहर पर बल कवत : बचच क पयर चच - Poem on Chacha Nehru focal point Hindi
बल कवत